A2Z सभी खबर सभी जिले कीअन्य खबरे

सड़क किनारे मिली असमर्थ महिला, पुलिस ने सीएचसी में कराया भर्ती, अब तक नहीं हुई पहचान

सड़क किनारे मिली असमर्थ महिला, पुलिस ने सीएचसी में कराया भर्ती, अब तक नहीं हुई पहचान

गोविंदपुर (नवादा)। जिले के थाली नक्सल थाना पुलिस ने बुधवार रात्रि को एक असमर्थ और अज्ञात महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) गोविंदपुर पहुंचाया, जहां उसका इलाज जारी है। महिला कुछ भी बोलने या पहचान बताने में असमर्थ है, जिससे अब तक उसकी पहचान नहीं हो सकी है।

ककोलत रोड पर मिली थी असहाय महिला

थाली थाना अध्यक्ष विकास चंद्र यादव ने बताया कि बुधवार रात करीब 8 बजे पुलिस गश्ती के दौरान ककोलत रोड पर एक महिला को लड़खड़ाते हुए चलते और बार-बार गिरते देखा गया। जब पुलिस ने उसे रोककर पूछताछ करने की कोशिश की, तो वह कुछ भी बोलने में असमर्थ थी। महिला का शारीरिक और मानसिक स्थिति ठीक नहीं लग रही थी, इसलिए पुलिस ने उसे तत्काल बेहतर इलाज के लिए गोविंदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) भिजवाया।

महिला की हालत स्थिर, लेकिन नहीं बता पा रही अपनी पहचान

सीएचसी गोविंदपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. निशीकांत कुमार ने बताया कि महिला का उपचार किया गया है और उसकी स्थिति फिलहाल स्थिर है। हालांकि, अब तक वह कुछ भी बोलने या इशारों से भी अपनी पहचान बताने में असमर्थ रही है।

कोई परिजन नहीं पहुंचा, पुलिस करेगी आगे की कार्रवाई

महिला को अस्पताल में भर्ती हुए 14 घंटे से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन अब तक कोई भी परिजन उसे देखने नहीं पहुंचा है। इस स्थिति में पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।

डॉ. निशीकांत कुमार ने बताया कि यदि महिला की पहचान नहीं हो पाती है और कोई परिजन उसे लेने नहीं आता, तो पुलिस को इसकी सूचना देकर महिला को एंबुलेंस के माध्यम से नवादा सदर अस्पताल भेजा जाएगा, जहां उसकी बेहतर देखभाल की जाएगी।

पुलिस कर रही है महिला की पहचान की कोशिश

थाली थाना पुलिस महिला की पहचान जानने के लिए स्थानीय स्तर पर पूछताछ कर रही है और आसपास के थाना क्षेत्रों में भी गुमशुदगी की रिपोर्टों की जांच की जा रही है। पुलिस अपील कर रही है कि यदि कोई व्यक्ति इस महिला को पहचानता हो या उसके बारे में कोई जानकारी रखता हो, तो तुरंत थाना या अस्पताल से संपर्क करें।

अज्ञात महिला के इस रहस्यमयी हालात ने इलाके के लोगों को भी चिंतित कर दिया है। फिलहाल, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग उसकी देखभाल और सही ठिकाने तक पहुंचाने की कोशिश में जुटे हैं।

Back to top button
error: Content is protected !!