
उदयपुर पुलिस की मिसाल — 8 वर्षीय मासूम से दुष्कर्म करने वाला आरोपी 12 घंटे में गिरफ्तार, अफवाह फैलाकर हिंसा करने वाले भी दबोचे गए
11 August, 2025
उदयपुर। नया खेड़ा गांव में 8 वर्षीय मासूम के साथ हुए जघन्य दुष्कर्म के मामले में उदयपुर पुलिस ने त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करते हुए मात्र 12 घंटे के भीतर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की इस तत्परता ने एक बार फिर साबित किया कि अपराधी चाहे कितना भी चालाक क्यों न हो, कानून से बच नहीं सकता।
*घटना और त्वरित कार्रवाई*
दिनांक 10 अगस्त 2025 की रात करीब 9:15 बजे घटना की सूचना मिलते ही वृत्ताधिकारी वल्लभनगर और थानाधिकारी थाना डबोक तुरंत मौके पर पहुंचे। पीड़िता और उसकी मां से प्रारंभिक पूछताछ के बाद बालिका को एमबीजीएच हॉस्पिटल, उदयपुर में भर्ती करवाया गया, जहां वह सुरक्षित है। चिकित्सकीय जांच में घटना की पुष्टि हुई।
पीड़िता की मां की रिपोर्ट के आधार पर प्रकरण संख्या 189/25, धारा 137(2), 351(3), 85(2) बीएनएस 2023 एवं पोक्सो एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज हुआ। जिला पुलिस अधीक्षक, उदयपुर श्री योगेश गोयल के निर्देश पर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक खेरवाड़ा श्रीमती अंजना सुखवाल के सुपरविजन और वृत्ताधिकारी वल्लभनगर श्री राजेंद्र जैन के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई।
*इस टीम में शामिल थे*
• श्री हुकमसिंह, पु.नि., थाना डबोक
• श्री पुनाराम, पु.नि., थाना भीण्डर
• श्री अशोक कुमार, पु.नि., थाना मावली
• श्री चन्द्रशेखर किलानिया, पु.नि., थाना फतहनगर
• श्री फैलीराम, उ.नि., थाना झाड़ोल
साथ ही अन्य पुलिसकर्मी, जिनकी संयुक्त मेहनत से आरोपी रामलाल पिता दुदा जी गमेती, निवासी मन्देसर को डिटेन कर लिया गया। पूछताछ में आरोपी ने अपराध स्वीकार कर लिया।
*अफवाह और पथराव — 39 गिरफ्तार*
जब आरोपी से पूछताछ जारी थी, तभी गांव और आसपास के लगभग 500–600 लोग एकत्रित होकर नारेबाजी करने लगे। मौके पर एएसपी खेरवाड़ा, वृत्ताधिकारी वल्लभनगर और एसडीएम मावली श्री रमेश सिरवी ने भीड़ को समझाने का प्रयास किया और पीड़िता पक्ष को मुआवजा एवं सरकारी योजनाओं की जानकारी दी।
इसी दौरान कुछ अराजक तत्वों ने अफवाह फैलाई कि पीड़िता का निधन हो गया है। इसके बाद भीड़ में मौजूद शरारती तत्वों ने थाने पर पथराव कर दिया, जिससे 7 सरकारी वाहन क्षतिग्रस्त हुए और पुलिसकर्मी घायल हुए। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पथराव में शामिल 39 लोगों को डिटेन किया और 13 मोटरसाइकिल जब्त कीं।
*समाज के लिए संदेश*
यह घटना हमें दो महत्वपूर्ण सबक देती है —
• अपराध के खिलाफ पुलिस का सहयोग करें, अफवाहों पर विश्वास न करें।
• कानून हाथ में लेने से न्याय नहीं मिलता, बल्कि निर्दोषों को नुकसान होता है।
उदयपुर पुलिस ने जिस त्वरित और सटीक कार्रवाई से मासूम को न्याय दिलाने की दिशा में कदम बढ़ाया है, वह पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणास्रोत है। समाज के हर नागरिक को कानून पर भरोसा रखना चाहिए और असामाजिक तत्वों को अलग-थलग करना चाहिए।