
जशपुर: जिले के लगभग 820 कर्मचारी सहित पूरे प्रदेश के 18000 से अधिक एनएचएम कर्मचारी विषम परिस्थितियों में मौसमी बीमारियों कि चपेट में आने के बाद भी अपने संघ के साथ दृढ़ता के साथ अपनी नियमितीकरण सहित 10 सूत्रीय मांगों ( संविलयन , ग्रेड पे, अनुकंपा नियुक्ति, पब्लिक हेल्थ कैडर, कार्य मूल्यांकन में पारदर्शिता, स्वास्थ्य बीमा, अवकाश सुविधा, मेडिकल अवकाश, स्थानांतरण नीति, नियमित पद में आरक्षण) के समर्थन में पूरे उत्साह व जोश के साथ डटे हुए हैं। उनका कहना है कि परिस्थितियां कितनी भी विपरीत क्यों ना हो अपना अधिकार (नियमितीकरण) शासन स्तर से लिखित में ले कर रहेंगे।
सरकार का वादा अधूरा…
संघ द्वारा बताया गया कि पूर्ववर्ती काँग्रेस सरकार की सत्ता के दौरान वर्तमान सरकार के कई दिग्गज मंत्री, सांसद ,विधायक के द्वारा हड़ताल अवधि के दौरान हमारे मंच में आकर हमारी मांगों का न सिर्फ़ समर्थन किया बल्कि हमारी मांगों को अपनी चुनावी घोषणा पत्र में भी सम्मिलित किया था। तब सरकार ने एनएचएम कर्मचारियों की नियमितीकरण सहित 10 सूत्रीय मांगों को ”मोदी की गारंटी ” के तहत पूरा करने का वादा किया था। घोषणापत्र के माध्यम से सरकार गठन के 100 दिवस के भीतर कमेटी गठन संविदा कर्मचारियों के मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था। किन्तु सत्ता में आने के बाद उनके समस्त वादे सिर्फ जुमले रह गए। और सत्ता प्राप्ति के बाद समस्त वादे भुला दिये गये।
वादों को याद दिलाने किया मंचन….
आज हड़ताल के ग्यारहवें दिन एनएचएम कर्मचारियों ने अनोखा प्रदर्शन किया। जिसमें साय सरकार द्वारा किए गए नियमितीकरण के वादे ” मोदी की गारंटी” को याद दिलाने के लिए मंच में माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी, माननीय मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल व वित्त मंत्री ओ पी चौधरी का मुखौटा लगाकर मंच पर आमंत्रित किया और गायन के माध्यम से वादों को याद दिलाया। और उम्मीद जताई कि शासन जल्द अपने वादे को याद करे व मांगों को पूरा करे।
आग के हवाले कि विभागीय कार्रवाई की प्रतियां…
आयुक्त सह मिशन संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा हड़ताल पर गए कर्मचारियों को बिना सूचना हड़ताल पर जाने का आरोप लगाकर उनकी सूची कार्यवाही हेतु मंगाई गई है। जिसका जिसका कर्मचारी संघ ने खंडन और कहां है यह कथन पूर्णतः असत्य है। हमने नियमानुसार विकासखंड, जिला कार्यालय सहित कार्यालय कलेक्टर को हड़ताल पूर्व ज्ञापन दिया है। एवं प्रांतीय एनएचएम संघ द्वारा राज्य स्तर पर हड़ताल की पूर्व सूचना दी गई है। फिर भी विभाग द्वारा इस प्रकार की कारवाई किया जाना पूर्णता गलत है जिसका कि एनएचएम संघ ने विरोध किया और शासन स्तर से जारी दमनात्मक आदेश की प्रतियां जला कर किया। साथ ही यह भी कहा कि यदि हमारे किसी भी सदस्य के ऊपर कोई भी कार्यवाही की जाएगी तो हम और उग्र आंदोलन करेंगे जिसकी समस्त जवाबदारी शासन की होगी।