
बारिश के पानी में डूबी फसलें, किसानों को मुआवजा नहीं मिला, किया प्रदर्शन।
पाली जिले के रोहट तहसील के किसानों को बीमा कम्पनी की ओर से वर्ष 2023 में हुए खराबे का मुआवजा अब तक नहीं दिया गया है। इस वर्ष एक सप्ताह पहले हुई बरसात से खेतों में फिर फसल खराब हो गई। इससे किसानों पर आर्थिक संकट गहराया हुआ है। किसानों ने सोमवार को कृषि विभाग परिसर में एकत्रित होकर नाराजगी जताई। कलक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन किया। जिला कलक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर पिछले वर्ष का क्लेम दिलवाने व इस वर्ष खराबे की गिरदावरी कराने का आग्रह किया।किसान संर्घष समिति व भारतीय किसान यूनियन ने बताया कि रोहट तहसील के किसानों को फसल बीमा कम्पनी की और से वर्ष 2023 की मुआवजा राशि नहीं दी गई है। तहसील अधिकारी की ओर से गिरदावरी में 80 प्रतिशत फसल नुकसान बताने के बावजूद बीमा कम्पनी भुगतान में आनाकानी कर रही है। उन्होंने बताया कि पटवारी व ग्राम सेवक मुख्यालय पर भी नहीं मिलते है।खेतों में भर गया पानी
वर्ष 2024 में मानसून की अत्यधिक बारिश के कारण खेतों में जल भराव हो गया। फसलें पानी में डूब गई। कई किसानों के मवेशियों की मौत हो गई। किसानों के घर टूट गए। किसानों ने स्पेशल गिरदावरी करवाकर वर्ष 2024 की भी बीमा राशि एवं मुआवजा दिलवाने की मांग की। गई। फसल व मकान आदि का मुआवजा दिलवाने का आग्रह किया।सांसद से भी गुहार
समिति के पदाधिकारियों व ग्रामीणों ने सांसद पीपी चौधरी से मुलाकात की। उनसे भी बीमा क्लेम राशि व मुआवजा दिलवाने की गुहार लगवाई। इस दौरान पूर्व विधायक ज्ञानचंद पारख, भाजपा नेता सिद्धार्थ सिंह, किसान संघर्ष समिति के बाबुसिंह राजपुरोहित, सरपंच दिलदार खान, खारड़ा के उपसरपंच प्रतिनिधि श्याम वैष्णव,भंवरलाल, पूर्व उप सरपंच जसवंत सिंह, नरपतसिंह जैतावत, देवीसिंह, भारतीय किसान यूनियन के जगदीशराम, मगनाराम पटेल, शंकरलाल मेघवाल, बालाराम आदि मौजूद रहे।