सिद्धार्थनगर। एसओजी और शोहरतगढ़ पुलिस की संयुक्त टीम ने रविवार को चार संदिग्धों को परिगवा गांव के पास गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से आभूषण और नकदी बरामद किया। पूछताछ के बाद करने के बाद न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। पकड़े गए सभी आरोपी जिले के ही रहने वाले हैं।
शोहरतगढ़ अरुण कांत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि चोरी की वारदात का पर्दाफाश करने के लिए टीम लगी थी। इसी बीच मुखबिर से जानकारी मिली चोरी करने वाले चार संदिग्ध नकथर-परिगंवा मार्ग पर आने वाले हैं। सूचना को संज्ञान में लेते एसओ शोहरतगढ़ बिंदेश्वरी मणि त्रिपाठी के साथ एसओजी प्रभारी शेषनाथ यादव सर्विलांस सेल प्रभारी सुरेंद्र कुमार सिंह टीम के साथ बताए हुए स्थान पर पहुंच गए। इसी बीच चार लोग आते हुए दिखे। जवानों ने घेराबंदी करके पकड़ लिया। पूछताछ में उन्होंने अपनी पहचान रंजीत निषाद निवासी नवडिहवा थाना मिश्रौलिया,.अकरम अली निवासी सेहरिया टोला औरहवां ,करीमुल्ला निवासी मधवापुर मोहम्मद रफीक उर्फ पंचर निवासी सेहरिया टोला औरहवां थाना शोहरतगढ़ के रूप में हुई। इनके कब्जे के आभूषण और 25000 रुपये नकदी बरामद हुआ। पूछताछ करने के बाद आरोपियों को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
पूछताछ में आरोपियों ने उगले यह राज
पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि हम चारों दोस्त हैं और बेरोजगार हैं। हम लोग एक साथ छोटी-मोटी चोरी आदि करके सामान नेपाल में बेचकर अपना जीवन निर्वहन करते हैं और अक्सर नेपाल में ही रहते हैं। कुछ दिनों के अंतराल पर सिद्धार्थनगर में आते हैं। जो सामान अकरम अली के पास से आप लोग बरामद किए हैं वह हम चारों 30 जून को कपिलवस्तु थाने के ग्राम महदेवा मिश्र में इन्ही दोनों मोटरसाइकिलों से जाकर एक घर में चोरी किए थे, जिसका कुछ माल नेपाल में बेचे थे और जो सामान बचा हुआ था। फिर शोहरतगढ़ के पकड़ी बाजार में एक सोनार की दुकान में 10 सितंबर की रात में मौका पाकर नकब लगाकर दुकान के पीछे से घुस गए थे, जिसमें जो सामान मिला है, वह सब सामान रंजीत निषाद के पास से अभी बरामद हुआ था डीवीआर और करघन आदि को हम लोगों ने नेपाल में बेच दिया था जिसमें 10 हजार रुपये पाए थे और दुकान से नकद 1500 मिला था जो क्रमशः करीमुल्ला तथा रफीक उर्फ पंचर के पास से बरामद हुआ है।