भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं भारतीय किसान
: दिवंगत अन्नदाता किसानों का किया तर्पण
क़ॊटा कर्मयोगी सेवा संस्थान की ओर से रोटेदा रोड स्थित जिला मुख्यालय पर आयोजित किए जा रहा, संस्थापक राजाराम जैन कर्मयोगी तथा अध्यक्ष अलका दुलारी जैन कर्मयोगी ने बताया कि भामाशाह कृषि उपज मंडी में विभिन्न गांवों से आए हुए 16 किसानों को सम्मानित भी किया गया। सांगोद से आए हुए किसान रामनरेश मीणा ने कहा कि सरकार को भारतीय किसानों के लिए आधुनिक तकनीक और संसाधन उपलब्ध कराने के लिए और अधिक प्रयास करने चाहिए।
किसान राधेश्याम गुर्जर ने बताया कि भारत सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। पीएम फसल बीमा योजना, कृषि उड़ान योजना, राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन जैसी योजनाओं से किसानों को काफी राहत मिली है।
राजाराम जैन कर्मयोगी ने कहा कि किसान सर्वोत्तम गुणवत्ता वाले भोजन का उत्पादन करने के लिए पूरे वर्ष तक परिश्रम करते हैं। काफी चुनौतियों का सामना करते हैं। हम देश के सभी दिवंगत अन्नदाता किसानों की आत्मशांति की कामना करते हैं। विशेष रूप से उन किसानों के लिए जिन्होंने चुनौतियों से घबराकर आत्महत्या जैसा कदम उठाया। ईश्वर उन सभी दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें। श्राद्ध तर्पण एवं स्वागत हेमंत सिंह, धर्मपाल सिंह, लक्ष्मीनारायण गर्ग, संजय कुमार डोगरा, नीलम सिंह, अनिल शर्मा, नीलम शर्मा, अलका दुलारी जैन कर्मयोगी, एडवोकेट बबीता आर्य द्वारा किया गया।
कर्मयोगी ने बताया कि रविवार को पंचमी का श्राद्ध देश की सीमाओं पर नागरिकों की रक्षा के लिए अब तक शहीद हुए सभी सैनिकों एवं देश की स्वतंत्रता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित किया गया