तानाशाही सरकार का लोकतंत्र पर हमला: संभल जाने से पहले कांग्रेस पदाधिकारी हाउस अरेस्ट
सहारनपुर। माननीय श्री राहुल गांधी जी के साथ संभल जाने से पहले तानाशाही सरकार ने कांग्रेस नेताओं पर शिकंजा कसते हुए उन्हें हाउस अरेस्ट कर दिया। यह कार्रवाई कल रात 11 बजे की गई, जिसमें कांग्रेस के प्रमुख पदाधिकारी शामिल हैं।
हाउस अरेस्ट किए गए नेताओं में पूर्व प्रदेश सचिव प्रवीण चौधरी, महानगर अध्यक्ष वरुण शर्मा, पीसीसी सदस्य नरेंद्र शर्मा, युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष गौरव वर्मा, और महानगर महासचिव अनिरुद्ध गुरुग शामिल हैं।
लोकतंत्र की हत्या का आरोप
इन नेताओं ने इस कार्रवाई को लोकतंत्र की हत्या करार देते हुए कहा कि “हम तानाशाही सरकार के दमन से डरने वाले नहीं हैं। जनता के अधिकारों और लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए हमारी लड़ाई जारी रहेगी।”
सत्ता पक्ष की चुप्पी और जनता का आक्रोश
इस घटना पर प्रशासन और पुलिस की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। दूसरी ओर, जनता में इस कार्रवाई को लेकर आक्रोश बढ़ रहा है। लोगों ने इसे असंवैधानिक बताते हुए कहा कि यह लोकतंत्र की बुनियादी अवधारणाओं पर हमला है।
राजनीतिक विशेषज्ञों की राय
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह कदम विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश है। ऐसे फैसले सरकार के लोकतांत्रिक रुख पर सवाल खड़े करते हैं।
कांग्रेस का संकल्प
हाउस अरेस्ट के बावजूद, कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट किया कि वे हर हाल में अपनी लड़ाई जारी रखेंगे और जनता के अधिकारों के लिए मजबूती से खड़े रहेंगे।
रिपोर्ट: एलिक सिंह, एडिटर
वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज़, सहारनपुर।