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दरभंगा में प्रमंडलीय उद्यान प्रदर्शनी और प्रतियोगिता का आयोजन, किसानों और स्कूली बच्चों ने लिया बढ़-चढ़कर हिस्सा
सब्जी-फलों की शानदार प्रदर्शनी, देखिए किसे मिला पुरस्कार!
दरभंगा, 22 फरवरी 2025: कृषि कार्यालय बहादुरपुर परिसर में प्रमंडलीय उद्यान प्रदर्शनी-सह-प्रतियोगिता एवं किसान मेले का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय सांसद श्री गोपालजी ठाकुर ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर उद्यान कार्यालय द्वारा कई स्टॉल लगाए गए, जिनका सांसद महोदय ने निरीक्षण किया और अधिकारियों को महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश भी दिए।
किसानों और उत्पादकों की भागीदारी
इस आयोजन में दरभंगा प्रमंडल के तीनों जिलों—दरभंगा, मधुबनी और समस्तीपुर से 100 से अधिक किसान एवं 1500 से अधिक सब्जी उत्पादकों ने भाग लिया और अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया। प्रदर्शनी में फल, फूल, सब्जी एवं औषधीय पौधों के कई उत्कृष्ट नमूने प्रस्तुत किए गए।
कृषि प्रतियोगिता और पुरस्कार वितरण
इस प्रदर्शनी के अंतर्गत कृषि प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें वैज्ञानिकों की चार सदस्यीय टीम द्वारा मूल्यांकन किया गया। प्रतियोगिता के तहत किसानों ने बड़े पैमाने पर प्रविष्टियां भेजीं, जिनमें से 46 किसानों को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
पुरस्कार राशि इस प्रकार थी:
- प्रथम पुरस्कार: ₹3,000
- द्वितीय पुरस्कार: ₹2,000
- तृतीय पुरस्कार: ₹1,000
- विशिष्ट पुरस्कार: ₹5,000
यह राशि सीधे किसानों के बैंक खाते में ट्रांसफर की गई। इसके अतिरिक्त, स्कूली बच्चों द्वारा कृषि उत्पादन पर आधारित कलात्मक रंगोली का प्रदर्शन भी किया गया, जिसे सांसद महोदय ने मेडल देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य लोग
इस अवसर पर जिला उद्यान पदाधिकारी श्री नीरज कुमार, जिला कृषि अधिकारी श्री सिद्धार्थ, प्रखंड उद्यान पदाधिकारी, प्रखंड कृषि अधिकारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में नाबार्ड के डीडीएम को बाढ़ के दौरान उत्कृष्ट कार्यों के लिए धन्यवाद दिया गया।
सांसद ने दी किसानों को शुभकामनाएं
सांसद गोपालजी ठाकुर ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा, “यह हर्ष का विषय है कि मिथिला के केंद्र, दरभंगा में भारत सरकार और राज्य सरकार के सहयोग से प्रमंडलीय स्तर पर इस प्रकार का आयोजन किया गया है। इससे किसानों को उन्नत तकनीकों और खेती के नवीनतम तरीकों की जानकारी मिलेगी।” उन्होंने आगे कहा कि उद्यान विभाग द्वारा हर वर्ष प्रमंडलीय स्तर पर इस तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है, जिसमें तीनों जिलों के किसान भाग लेते हैं।
वैज्ञानिकों द्वारा मूल्यांकन और तकनीकी सत्र
कृषि विज्ञान केंद्र, जाले और डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा, समस्तीपुर के वैज्ञानिकों ने प्रतियोगिता का मूल्यांकन किया। उन्होंने किसानों को जैविक खेती, ग्रीनहाउस और पॉलीहाउस तकनीकों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
बागवानी को बढ़ावा देने पर जोर
प्रदर्शनी के मुख्य उद्देश्यों में किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले फल, सब्जी एवं फूल उगाने के प्रति प्रोत्साहित करना शामिल था। विगत वर्षों में किसानों ने जैविक विधियों को अपनाना शुरू किया है, जिससे मिट्टी की उपजाऊ शक्ति बनी रहती है और प्रदूषण भी कम होता है।
आजकल किसान बागवानी फसलों की कटाई-तुड़ाई के बाद निकलने वाले कचरे का पुनः उपयोग कर रहे हैं, जिससे पशुओं को चारा मिल रहा है और प्रदूषण की समस्या भी नहीं हो रही। आधुनिक तकनीकों जैसे पॉलीहाउस, ग्रीनहाउस एवं अग्रपंक्ति प्रत्यक्षण के माध्यम से किसान अधिक उत्पादन प्राप्त कर रहे हैं।
बागवानी से जुड़ रहे युवा
अब न केवल ग्रामीण किसान, बल्कि नौकरी पेशा युवा भी आधुनिक तकनीकों को अपनाकर बागवानी कर रहे हैं। बागवानी न केवल कम मेहनत में बेहतर उत्पादन देती है, बल्कि बाजार में इसकी मांग भी अधिक है। यही कारण है कि अब गांव से लेकर शहरों तक लोग इसे अपने व्यवसाय के रूप में अपना रहे हैं।
निष्कर्ष
दरभंगा में आयोजित प्रमंडलीय उद्यान प्रदर्शनी-सह-प्रतियोगिता किसानों के लिए एक बड़ा अवसर साबित हुई। इस तरह के आयोजन किसानों को नवीनतम कृषि तकनीकों से जोड़ने में मददगार साबित होते हैं। सरकार और कृषि विभाग के सहयोग से भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहेगा, जिससे कृषि क्षेत्र को और मजबूती मिलेगी।