
कुशीनगर। सोमवार को जिला पंचायत रिसोर्स सेंटर युद्धभूमि सा लग रहा था—न गोलियों की आवाज़ थी, न तलवारों की टंकार, लेकिन हर दिल में वही लहू खौलाने वाली भावना थी जो शहीदों के सीने में थी। हर घर तिरंगा अभियान के तहत आयोजित जनपद स्तरीय तिरंगा मेला देशभक्ति के ऐसे ज्वार में बदल गया कि वहां मौजूद हर आंख नम और हर सीना गर्व से चौड़ा हो गया।
दर्जा प्राप्त मंत्री राजेश्वर सिंह ने मंच से दहाड़ लगाई
“आजादी हमें यूं ही नहीं मिली… लाखों माँओं की गोद उजड़ गई, अनगिनत बहनों की मांग सुनी हो गई, तब जाकर ये तिरंगा हमारे सिर पर लहराया। अगर इसे बचाना है, तो हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सबको एकजुट होकर खड़ा होना होगा।”
डीएम महेंद्र सिंह तंवर ने घोषणा की—
“कुशीनगर में 8 लाख तिरंगे बांटे जाएंगे, ताकि इस बार आजादी का जश्न हर घर, हर दिल में लहराए।”
भाजपा जिलाध्यक्ष दुर्गेश राय ने भीड़ को झकझोरते हुए कहा—
“भारत कोई साधारण भूमि नहीं, ये राम-कृष्ण की, ऋषि-मुनियों की भूमि है। एक दिन आएगा जब 2047 में दुनिया नया भारत देखकर हैरान रह जाएगी।”
मेले में छात्रों ने काकोरी कांड, ऑपरेशन सिंदूर और आजादी की लड़ाई पर ऐसे मंचन किए कि तालियों की गड़गड़ाहट के साथ आंखों से आंसू भी बह निकले। भूतपूर्व सैनिकों को सम्मान, जोशीले देशभक्ति गीतों और नारों ने माहौल को जंग-ए-आजादी के दिनों में पहुंचा दिया।
देशभक्ति के इस महापर्व में संस्कृति विभाग, कृषि विभाग, उद्यान विभाग, खादी ग्रामोद्योग विभाग, पंचायती राज विभाग सहित कई विभागों ने अपनी प्रदर्शनी व स्टॉल लगाकर शहीदों की गाथा और राष्ट्र निर्माण के संकल्प को जीवंत किया।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी गुंजन द्विवेदी, परियोजना निदेशक पीयूष कुमार, डीडीओ अरुण कुमार पांडेय, उपायुक्त उद्योग अभय कुमार सुमन, डीपीआरओ आलोक प्रियदर्शी सहित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहे, जिन्होंने तिरंगे को सलाम कर देश की एकता-अखंडता का संकल्प लिया।