
दुमका:संताल परगना महाविद्यालय सदैव से ज्ञान, संस्कृति और अनुशासन का केंद्र रहा है। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए महाविद्यालय में प्रतिवर्ष स्नातक स्तर पर नवप्रवेशित विद्यार्थियों के लिए परिचय सत्र का आयोजन किया जाता है। यह सत्र केवल एक औपचारिकता भर नहीं है, बल्कि यह विद्यार्थियों को महाविद्यालय के वातावरण, शैक्षणिक गतिविधियों और विभिन्न अवसरों से अवगत कराने का माध्यम है।कार्यक्रम का शुभारंभ प्रातः दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुआ। तत्पश्चात महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ के पी यादव ने अपने प्रेरक उद्बोधन में विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए उन्हें महाविद्यालय की गौरवशाली परंपराओं से परिचित कराया। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय केवल पाठ्यपुस्तक ज्ञान का स्थल नहीं है, बल्कि यह व्यक्तित्व निर्माण, नेतृत्व क्षमता के विकास और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना जगाने का भी केंद्र है। इसके पश्चात विभिन्न विभागाध्यक्षों ने अपने-अपने विषयों की जानकारी विद्यार्थियों को दी। उन्होंने पाठ्यक्रम की संरचना, परीक्षाओं की प्रणाली तथा अनुसंधान एवं अध्ययन की संभावनाओं के बारे में विस्तार से समझाया। साथ ही विद्यार्थियों को पुस्तकालय, प्रयोगशाला और ई-लर्निंग सुविधाओं से परिचित कराया गया। सत्र में महाविद्यालय के एन.एस.एस., एन.सी.सी. तथा सांस्कृतिक मंचों की गतिविधियों के बारे में भी बताया गया। विद्यार्थियों को प्रेरित किया गया कि वे केवल पढ़ाई तक सीमित न रहें, बल्कि खेलकूद, साहित्य, कला एवं सामाजिक सेवा में भी सक्रिय भागीदारी करें। वरिष्ठ विद्यार्थियों ने भी नवागंतुकों का स्वागत करते हुए महाविद्यालय जीवन से जुड़ी अपनी अनुभव-साझेदारी प्रस्तुत की। इससे नए विद्यार्थियों को यह समझने में मदद मिली कि किस प्रकार वे समय प्रबंधन और आत्मअनुशासन के माध्यम से सफलता प्राप्त कर सकते हैं। कार्यक्रम के मंच संचालन हिंदी विभाग के विद्वान शिक्षक डॉ यदुवंश यादव ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन इतिहास के विद्वान शिक्षक डॉ कमल शिवकांत हरि द्वारा प्रस्तुत किया गया, जिसमें सभी को यह संदेश दिया गया कि महाविद्यालय की सफलता तभी संभव है जब प्रत्येक विद्यार्थी अपनी जिम्मेदारी को समझे और समर्पित भाव से शिक्षा तथा अन्य गतिविधियों में भाग ले। कॉलेज कार्यक्रम पदाधिकारी सह रसायन विज्ञान विभाग के डॉ कुमार सौरभ ने कहा कि यह परिचय सत्र नवागंतुक विद्यार्थियों के लिए एक प्रेरक और मार्गदर्शक अवसर सिद्ध होगा। उन्होंने यह भी कहा कि विद्यार्थी इस कार्यक्रम से न केवल महाविद्यालय की सुविधाओं और अवसरों के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे, बल्कि यह भी अनुभव करेंगे कि यह संस्थान उनके सर्वांगीण विकास के लिए समर्पित है। इस आयोजन ने विद्यार्थियों के मन में आत्मविश्वास, उत्साह और एक नई ऊर्जा का संचार किया, जिससे वे अपने शैक्षणिक सफर की शुरुआत सकारात्मक और उज्ज्वल दृष्टिकोण के साथ कर सकें।