होटल जायेका में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के अंतर्गत कार्यशाला का आयोजन
दरभंगा, 21 दिसंबर 2024: दरभंगा के प्रतिष्ठित होटल जायेका में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के तहत एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं को डिजिटल रूप से मजबूत बनाना और नागरिकों के स्वास्थ्य डेटा को सुरक्षित एवं व्यवस्थित रूप से संरक्षित करना था।
कार्यशाला की अध्यक्षता
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता आयुष्मान भारत के प्रशासी पदाधिकारी श्री शैलेश चंद्र दिवाकर ने की। इस अवसर पर जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञ और निजी स्वास्थ्य क्षेत्र के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। मुख्य अतिथियों में अपर समाहर्ता श्री सलीम अख्तर, अपर समाहर्ता श्री कुमार प्रशांत, सिविल सर्जन डॉ. अरुण कुमार, राज्य स्तरीय संचालन निदेशक श्री आलोक रंजन, और आईटी निदेशक श्री संतोष कुमार झा शामिल थे। इनके अलावा, कार्यक्रम में डॉक्टर फॉर यू और पीरामल फाउंडेशन के कर्मी भी उपस्थित थे।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य
कार्यशाला का उद्देश्य राज्य में हेल्थ फसिलिटी रजिस्ट्री (एचएफआर), हेल्थ केयर प्रोफेशनल रजिस्ट्री (एचपीआर), इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड (ईएचआर), और आभा अकाउंट जैसी योजनाओं की प्रगति को तेज करना था।
प्रशिक्षण के मुख्य बिंदु:
- हेल्थकेयर सेवाओं के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म का निर्माण।
- निजी क्लीनिक, दवा की दुकानों और अन्य स्वास्थ्य सेवाओं के संस्थानों का पंजीकरण।
- नागरिकों के स्वास्थ्य डेटा की सुरक्षा और इसे निर्बाध रूप से उपयोग में लाना।
- मरीजों और स्वास्थ्य पेशेवरों को पारदर्शी तरीके से जोड़ना।
प्रशासी पदाधिकारी का वक्तव्य
प्रशासी पदाधिकारी श्री शैलेश चंद्र दिवाकर ने कहा, “आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का मुख्य उद्देश्य सभी स्वास्थ्य सेवाओं, पेशेवरों और मरीजों को एक डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाना है। यह कदम स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित करेगा।”
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि निजी अस्पतालों और दवा की दुकानों द्वारा मिशन में अभिरुचि नहीं ली जा रही है, जिससे दरभंगा जिले की प्रगति अपेक्षित स्तर तक नहीं पहुंची है। उन्होंने कहा कि कार्यशाला का उद्देश्य लोगों को जागरूक करना और स्वास्थ्य सेवाओं के डिजिटलीकरण को प्रोत्साहित करना है।
विशेषज्ञों की प्रस्तुतियां
कार्यशाला में मिताक्षी (आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन), धीरज (डॉक्टर फॉर यू), और प्रफुल्ल (पीरामल फाउंडेशन) ने मिशन की विस्तृत जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि एबीडीएम के तहत प्रत्येक नागरिक को “आभा अकाउंट” दिया जाएगा, जिससे उनका स्वास्थ्य डेटा डिजिटल रूप से सुरक्षित रहेगा।
जिलाधिकारी को प्रस्तुत की गई जानकारी
कार्यशाला के दौरान श्री शैलेश चंद्र दिवाकर, अनीशा सक्सेना, और धीरज ने दरभंगा के जिलाधिकारी से मुलाकात कर मिशन की प्रगति और जरूरतों पर चर्चा की। उन्होंने जिलाधिकारी को बताया कि मिशन के सफल क्रियान्वयन के लिए सभी निजी और सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों का पंजीकरण अनिवार्य है।
कार्यक्रम की समापन गतिविधियां
कार्यशाला के अंत में धन्यवाद ज्ञापन संयुक्त निदेशक (एबीडीएम) श्रीमती अनीशा सक्सेना द्वारा दिया गया। उन्होंने सभी उपस्थित अधिकारियों, डॉक्टरों और फार्मेसी कर्मियों को इस मिशन को सफल बनाने में सहयोग के लिए प्रोत्साहित किया।
कार्यशाला की मुख्य उपलब्धियां
- स्वास्थ्य संस्थानों का डिजिटलीकरण: निजी क्लीनिक और फार्मेसी का पंजीकरण सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए गए।
- स्वास्थ्य डेटा की सुरक्षा: इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड के माध्यम से मरीजों का डेटा संरक्षित और सुरक्षित रखने के तरीकों पर चर्चा हुई।
- आभा अकाउंट का महत्व: नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाओं का डिजिटल लाभ देने के लिए आभा अकाउंट का उपयोग समझाया गया।
- जागरूकता अभियान: स्वास्थ्य सेवाओं को डिजिटल रूप से मजबूत बनाने के लिए स्थानीय स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने की योजना बनाई गई।
उपस्थित गणमान्य
कार्यक्रम में जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, निजी स्वास्थ्य सेवाओं के प्रतिनिधि, और स्थानीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए।
दरभंगा में आयोजित यह कार्यशाला आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन को गति देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं के डिजिटलीकरण, पारदर्शिता, और मरीजों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई। इस पहल से दरभंगा जिले के नागरिकों को बेहतर और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में मदद मिलेगी।