नर्मदापुरम बनखेड़ी मध्यप्रदेश के अधिकतर जिलों में अवैध रेत उत्खनन पर रोक लगाने भाजपा नेता ने अखिलेश खंडेलवाल ने आपत्ति दर्ज कराई ।तथा कलेक्टर एसपी सहित जिला माइनिंग अधिकारी को चूड़ियां भेजी है। नर्मदा की सीना छलनी करने वालों पर सख्त कार्यवाही करने के लिए आपत्ति भी दर्ज कराई है और नर्मदा नदी में हो रहे अवैध खनन के लिए अधिकारियों को भी जिम्मेदार बताया । नर्मदापुरम। संभाग मुख्यालय नर्मदापुरम के सर्किट हाउस, विवेकानंद घाट के सामने नर्मदा नदी की जलधारा के बीचों बीच खुलेआम रेत माफियाओ द्वारा 24 घंटे निरंतर ट्रैक्टर ट्रालियों से रेत का अवैध खनन और परिवहन किया जा रहा है। जिससे मां नर्मदा की जलधारा में रहने वाले जीव जंतुओं सहित नर्मदा के अस्तित्व पर ही खतरा उत्पन्न होने लगा है। अवगत हो कि नर्मदा नदी का एक किनारा नर्मदापुरम जिला तो दूसरा किनारे पर सीहोर जिला लगता है। नर्मदापुरम के सर्किट हाउस घाट और विवेकानंद घाट के सामने पल्लेपार का क्षेत्र पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की विधानसभा बुधनी का क्षेत्र कहलाता है। जहां पर बीच नर्मदा नदी से रेतासुरो द्वारा अवैध तरीके से रेत का नियम विपरीत उत्खनन किया जा रहा है।वहीं बनखेड़ी के आसपास की नदियों एवं दूधी नदी पर भी अवैध खनन हो रहा है और माइनिंग अधिकारियों के आने की खबर माफियाओं एवं परिवहन करने वाले चालकों को एवं उत्खनन करवाने वालो को पहले ही मिल जाती हैं।जिसको लेकर अब प्रदेश की भाजपा सरकार सहित सीहोर जिला प्रशासन को भाजपा झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक डॉ. अखिलेश खंडेलवाल ने आपत्ति दर्ज कराते हुए कटघरे में खड़ा किया है।
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