
vande bharat live tv news कैमूर बिहार से अफसार आलम की रिपोर्ट
‘जीविका दीदी की रसोई’ से मिलता है मरीजों को भोजन
स्वास्थ्य विभाग और जिला स्वास्थ्य समिति कैमूर की मेहनत का रंग अब दिखने लगा है। आम जनता अब स्वास्थ्य के प्रति जागरूक दिखने लगी है, और लोग इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों का रूख कर कर हैं। जिला स्वास्थ्य समिति के अनुसार कैमूर जिले में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत आयुष्मान कार्ड बनाने वालों की संख्या 06 लाख 12 हजार 249 हो गई है। जिला पदाधिकारी सावन कुमार ने इस उपलब्धि की चर्चा स्वतंत्रता दिवस समारोह में जिला को संबोधित करते हुए भी की थी। वहीं 18 हजार 982 लोगों ने आयुष्मान कार्ड का इस्तेमाल अपनी बीमारी के इलाज के लिए किया है। स्वास्थ्य विभाग लगातार उल्लेखनीय कार्य कर रहा है। कैंसर देश में एक बड़ी और खतरनाक बीमारी बनकर उभरा है। ऐसे समय में जिला स्वास्थ्य समिति कैमूर जिले के विभिन्न प्रखंडों में कैम्प लगाकर कैंसर स्क्रीनिंग का काम कर रही है। अब तक कुल 36 हजार 614 लोगों का स्क्रीनिंग किया जा चुका है, जिसमें 15 हजार 885 पुरुष एवं 20 हजार 729 महिलाएं शामिल हैं। जिले के सदर अस्पताल भभुआ, अनुमंडल अस्पताल मोहनियां एवं रेफरल अस्पताल रामगढ़ में डिजिटल एक्स-रे तथा चांद, चैनपुर, कुदरा व दुर्गावती में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में आमजनों को नि: शुल्क एक्स-रे की सुविधा दी जा रही है।
गांव-गांव तक स्वास्थ्य व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए कैमूर जिले में 20 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं 178 स्वास्थ्य उपकेंद्र है, जिसमें से 179 को हेल्थ वेलनेस सेंटर के रुप में विकसित किया गया है, जहां आम जनता को नि: शुल्क स्वास्थ्य सुविधा दी जा रही है। सभी हेल्थ वेलनेस सेंटर पर सी.एच.ओ. स्टाफ नर्स एवं एएनएम का पदस्थापन किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग के सकारात्मक रवैया के कारण सरकारी अस्पतालों पर आम जनता का विश्वास बढ़ा है। कैमूर जिले में वित्तीय वर्ष 2024-25 में 06 हजार 346 संस्थागत प्रसव हुए हैं। सरकारी प्रावधान के अनुसार सरकारी अस्पताल में संस्थागत प्रसव कराने वाली सभी महिलाओं को 14 सौ रुपए प्रति महिला भुगतान किया गया है। चालू वित्तीय वर्ष में ही 507 महिलाओं का परिवार नियोजन बंध्याकरण आपरेशन किया गया है तथा सभी लाभार्थी को दो-दो हजार रूपए प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया गया है।
सरकारी अस्पतालों में मरीजों के भोजन का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। अस्पताल में भर्ती मरीजों को गुणवत्तापूर्ण भोजन देने के लिए सदर अस्पताल भभुआ एवं अनुमंडलीय अस्पताल मोहनियां में ‘जीविका दीदी की रसोई’ स्थापित की गई है है, जहां से मरीजों को नि: शुल्क भोजन उपलब्ध कराया जाता है।
सरकार पीपीपी (पब्लिक प्राईवेट पार्टनरशिप) मोडल के तहत सदर अस्पताल भभुआ में डायलिसिस एवं सीटी स्कैन की सुविधा भी दे रही है।