
हरियाणा, चरखी दादरी : इर्ष्या , द्वेष व् आपसी घृणा के कारण आज हमारे आपसी सम्बन्ध खराब हो रहे है जिस कारण परिवार टूट रहे है अत हमे आपसी रिशतो को मजबूत बनाये रखने के आध्यात्मिकता की जरुरत है यह एक उदार समाज बनाए रखने के लिए आवश्यक है की हम आपस में प्रेम से रहे यह शब्द आज प्रजापति ब्रह्म्कुमारी विश्वविधालय की कादम शाखा के तत्वाधान में गाँव कुब्जानगर में आयोजित अध्यात्मिक प्रदर्शनी के दौरान राजयोगिनी वशुधा द्वारा व्यक्त किये गये
उनके द्वार कहा गया की हमारा ग्रामीण समाज शुरू से ही मानवीय मूल्यों से भरपूर रहा है हर समस्या का समाधान आपस में मिलकर किया करते थे , एक दुसरे कके प्रति सम्मान व् भाईचारे की भावना साहज ही दिखाई देती थी वास्तव में वह जीवन देवतुल्य था लेकी न आज इस भवन में लगातार गिरावट दिखे दे रही है जो की पारिवारिक विघटन का मुख्य कारण है i इस दौरान गाँव के मुख्य लोगो द्वारा आयन विचारो को बड्डे धयान पूर्वक सुना गया I