देवास। गीता जयंती के पावन पर्व पर बालगढ़ रोड स्थित भोलेनाथ मंदिर गोशाला में बीएनपी के मुख्य महाप्रबंधक केदारनाथ महापात्रा के मार्गदर्शन में मां चामुंडा सेवा समिति की ओर से संत महात्माओं एंव इस्कान मंदिर के भक्त सुदामा प्रभु, ब्रह्माकुमारी बहनों के सानिध्य में समाजसेवी डॉक्टर डीपी श्रीवास्तव, कमल बरड़िया, उत्तम पिशाल, रमेश पटेल, सुनील व्यास, राम आसरे मिश्रा, नारायण व्यास के आतिथ्य में भक्तों को 101 गीता का वितरण किया गया। इस दौरान सभी संत महात्माओं का शाल, श्रीफ़ल, पुष्पमालाओं से आत्मीय स्वागत किया गया। समाजसेवी डॉक्टर डीपी श्रीवास्तव ने अपने उद्बोधन में कहा कि श्रीमद् भागवत गीता आत्म ज्ञान की गंगा है। श्रीमद् भागवत गीता हिंदुओं के ज्ञान निधि में एक अमूल्य चिंतामणि रत्न है। साहित्य के सागर में अमृत कुंभ है। श्रीमद् भागवत गीता भक्ति, कर्म और ज्ञान का महासागर है। हम सभी को श्रीमद् भागवत गीता को जीवन में आत्मसात कर जीवन को सफल बनाना है। इस अवसर पर समाजसेवीका मंजू जलोदिया, लता चौहान, शीतल चौहान, सुधा सोलंकी, दिनेश सांवलिया, मुरलीधर पांचाल, इंदर सिंह गौड़, जीवन सिंह सोनगरा सहित गौशाला सेवक एवं भक्तगण उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालक रामेश्वर जलोदिया ने किया। आभार दिनेश सांवलिया ने माना।
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