परिजनों का कहना था कि पेट्रोल मैन का काम लाइन जोड़ने का नहीं था, फिर भी अवर अभियंता द्वारा ऐसा करने को मजबूर किया गया। पुलिस व बिजली अधिकारियों के समझाने पर परिजन माने।
विगत दिनों हुई बारिश के बाद से बिजली व्यवस्था बहाल करने में जुटे बिजली कर्मचारी पूरी मुस्तेदी से कार्य कर आपूर्ति को बहाल किया। मगर इसी दौरान एलमपुर बिजली घर और लाल ताल बिजली घर के दो संविदा कर्मचारी करंट की चपेट में आकर झुलस गए। एलमपुर बिजली घर पर कार्यरत पेट्रोलमैन जगदीश सीढ़ी पर चढ़कर तार जोड़ रहा था इसी दौरान पैर स्लिप किया और नीचे गिर गया। जिससे उसके सिर और शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोट आई।अन्य कर्मचारियों ने उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया, जहां शुक्रवार की सुबह उसकी मौत हो गई। सूचना पर पहुंचे परिजनों और रिश्तेदारों ने शव को बिजली घर परिसर में रखकर हंगामा शुरू कर दिया। करीब दो-तीन घटे हंगामा चलता रहा। इस बीच परिजनों ने जीटी रोड को भी जाम करने का प्रयास किया मगर पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया सूचना पर भारी संख्या में पुलिस और बिजली अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए।
पुलिस की मौजूदगी में बिजली अधिकारियों ने परिजनों को समझाया और मृतक के परिजनों को मुआवजा देने का आश्वासन दिया। तब जाकर बिजली गर्मी के परिजन माने। अधिशासी अभियंता अमित कुमार ने बताया कि बिजली का तार सही करते हुए संविदा कर्मी सीढ़ी से गिर गया था जिससे उसकी मौत हो गई। पर जिन्होंने बिजली घर पर हंगामा किया था मगर उन्हें समझाकर-बुझाकर शांत कर दिया गया है। परिजनों को 5 लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा।