जानीपुर थाने की पुलिस ने पत्रकार को ही बनाया उपद्रवी।
पटना की पुलिस पत्रकारों पर ही कर रही है FIR
भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का सरकार और प्रशासन ने मजाक बनाकर रख डाला है।
आज पत्रकारों की हत्या हो रही है,उस पर जानलेवा हमले हो रहे हैं, और यहां तक कि प्रशासन द्वारा पत्रकारों को जानबूझकर झूठे मुकदमे में फंसा कर लोकतंत्र की आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।
मामला पटना के जानीपुर थाना क्षेत्र का है । 28/01/2024
जहां बीती रात भेलुरा- रामपुर के पास कुमार इंटरप्राइजेज की दुकान का शटर तोड़कर चोरों ने मोबाइल और नगदी सहित 6:50 लाख की चोरी कर ली ।
जब दुकानदार और ग्रामीणों द्वारा इसकी सूचना स्थानीय थाने यानी जनीपुर थाने को दी गई तो
कई घंटे बाद भी स्थानीय पुलिस नहीं पहुंची ।
जिसके बाद आक्रोशित दुकानदारों और ग्रामीणों ने नौबतपुर मुख्य मार्ग बाजार को जाम कर दिया और पुलिस की नाकामी के विरुद्ध हंगामा भी किया। करीब 3-4 घंटे बाद वहां नौबतपुर और जनीपुर थाने की पुलिस पहुंची ।
पुलिस ने इस मामले में आठ नामजद और कई अज्ञात पर जनीपुर थाने में प्राथमिक की भी दर्ज की।
लेकिन जनीपुर थाने की पुलिस ने गजब कारनामा कर दिया ।
इस घटना का खबर कवरेज कर रहे सफर तक के रिपोर्टर मनोरंजन कुमार को भी FIR में नामजद कर उपद्रवी बना दिया। ग्रामीणों की माने तो इस थाना क्षेत्र में अक्सर चोरी की घटनाएं होती रहती है, लेकिन प्रशासन इसे रोकने में नाकाम साबित हो रही है और अपनी नाकामी को छिपाने के लिए पत्रकारों पर FIR कर लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के आवाज को दबाने का काम कर रही है। वरीय पुलिस पदाधिकारियों को इस मामले में संज्ञान लेने की जरूरत है।
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