
श्रीगंगानगर(राकेश घिंटाला)। राजस्थान मिड-डे मील वर्कर्स यूनियन ने राज्य में कार्यरत मिड-डे-मील के ज्वलंत मुद्दों/मांगों के शीघ्र उचित समाधान करने की माँग को लेकर जिला कलक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भेजा है । इससे पूर्व यूनियन से जुड़ी मिड-डे-मील वर्कर्स पंचायती धर्मशाला में एकत्रित हुई। जहां से जलूस के रूप में नारे लगाती हुई जिला कलक्ट्रेट पहुँची।
ज्ञापन में अवगत करवाया गया कि राज्य के स्कूलों में मिड-डे-मील योजना के अन्तर्गत मिड-डे-मील वर्कर्स कार्यरत हैं, इन्हें राज्य के न्यूनतम वेतन तक का भुगतान नहीं किया जाता है। यहां तक कि जिस अल्प राशि 2003/- रूपये प्रतिमाह मानदेय का भी भुगतान 6‘ माह तक नहीं दिया जाता। ज्ञापन में बताया गया कि इन वर्कर्स को छ: माह से मानदेय नहीं मिला है उसका भुगतान तुरंत किया जाए और हर माह 10 तारीख तक मानदेय देना सुनिश्चित किया जाए। मिड-डे मील वर्कर्स को सरकारी कर्मचारी का दर्ज दिया जाए तथा न्यूनतम वेतन के रूप में 26000/- रूपये प्रतिमाह भुगतान किया जाए। मिड-डे-मील वर्कर्स कुक कम हैल्पर को 60 साल की उम्र पर रिटायरमेंट होने पर 5,00,000/- रूपये की राशि का भुगतान किया जाए। रिटायरमेंट होने के बाद हर माह 10,000/- की पैंशन दी जाए। मिड-डे-मील वर्कर्स के कार्य के दौरान दुर्घटना होने पर 2,00,000/- रूपये व मृत्यु होने पर 10,00,000/- रूपये की एकमुश्त राशि दी जाए।
का. हरकेवलदीप सिंह ने बताया कि जिला कलक्ट्रेट के समक्ष किए गए प्रदर्शन में केन्द्र सरकार द्वारा घोषित बजट में मिड-डे-मील वर्कर्स को किसी प्रकार की राहत प्रदान नहीं किए जाने से आक्रोशित मिड-डे-मील वर्कर्स ने बजट की प्रतियां जलाई। इस अवसर पर का. दुर्गा स्वामी, का. जगसीर सिंह ने अपने विचार रखे। प्रदर्शन में भोली, शकुंतला, मंजू, उषा, जसपाल कौर, कृष्णा, नथ्यिा देवी, अनिता, सर्वजीत कौर, रेखा सहित बड़ी संख्या में मिड-डे-मील वर्कर्स उपस्थित रही।