
दुमका जिले के सदर प्रखंड के कोदोखिचा गाँव की महिला किसान पूजा सोरेन ने अपनी मेहनत और सूरजमुखी आजीविका सखी मंडल के सहयोग से आधुनिक खेती में नई पहचान बनाई है। मंडल की सक्रिय सदस्य पूजा ने प्रशिक्षण और तकनीकी मार्गदर्शन लेकर सूक्ष्म टपक सिंचाई पद्धति से करेले की व्यावसायिक खेती शुरू की।
पहले वह पारंपरिक खेती पर निर्भर थीं, जिससे सीमित आमदनी होती थी। लेकिन सखी मंडल के माध्यम से प्राप्त जानकारी और प्रोत्साहन ने उनकी राह बदल दी। टपक सिंचाई से पौधों को समय पर नमी और पोषण मिलने लगा, जिससे कम पानी में अधिक उत्पादन संभव हुआ। साथ ही, मंडल के सहयोग से पूजा ने बाजार से सीधे जुड़ाव किया और मध्यस्थों पर निर्भरता खत्म की।
आज पूजा हर दो दिन में 80 किलो से 1 क्विंटल करेले की तुड़ाई कर रही हैं, जिसे 35 से 40 रुपये प्रति किलो के भाव से बेच रही हैं। लगातार उत्पादन और अच्छे दामों से उनकी आमदनी लाखों रुपये तक पहुँच गई है। उनकी इस उपलब्धि से प्रेरित होकर सखी मंडल की अन्य दीदियां भी आधुनिक सिंचाई और वैज्ञानिक खेती अपना रही हैं। पूजा सोरेन अब न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए प्रेरणा स्रोत बन गई हैं।