शहडोल। जिले में रेत का उत्खनन कर रही सहकार ग्लोबल कंपनी के संदिग्ध कार्य प्रणाली दिनों दिन बढ़ती जा रही है। इनकी मनमानी के सामने प्रशासन भी नतमस्तक नजर आ रहा है जिससे प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि सहकार ग्लोबल कंपनी एक जिले में रेत के उत्थान का ठेका प्राप्त कर एक लंबे अरसे से खनिज संपदा का दोहन कर रही है। इसके लिए उसने सभी नियम कायदों को भी ताक पर रख दिया है। नियमों के विपरीत नदियों में सुविधा अनुसार पानी का बहाव रोका जा रहा है तथा हैवी पोकलेन मशीनों और जेसीबी के माध्यम से रेत का उत्खनन किया जा रहा है। गौरतलब है कि हैवी मशीनों के उपयोग से जलीय जीव जंतुओं को नुकसान पहुंचता है और उनकी जीवनचर्या प्रभावित होती है इसीलिए नदियों में रेत उत्खनन के दौरान हैवी मशीनों के उपयोग पर एनजीटी द्वारा प्रतिबंध लगाया गया है। इसके बावजूद भी सहकार ग्लोबल कंपनी द्वारा हैवी मशीनों का धड़ल्ले से उपयोग किया जा रहा है तथा निज स्वार्थ की पूर्ति के लिए पर्यावरण की बलि चढ़ाई जा रही है। इसमें उसे प्रशासन का भी भरपूर सहयोग प्राप्त हो रहा है। इतना ही नहीं सरकार ग्लोबल के कारिंदों की दादागिरी तथा आम लोगों से मारपीट की घटनाएं भी आए दिन सामने आती रहती हैं। किशोर जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए जांच एवं कार्यवाही की मांग की गई है।
2,502 Less than a minute