
📰 वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज रिपोर्ट
गाज़ीपुर। कासिमाबाद क्षेत्र के बरेसर थाना अंतर्गत हाजीपुर बरेसर गांव में शनिवार की रात दर्दनाक हादसा हो गया। गांव के वीर बहादुर का 12 वर्षीय पुत्र आकाश सांप के डंसने से जिंदगी की जंग हार गया। मासूम की असमय मौत से परिवार सहित पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है।
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अचानक बिगड़ी तबीयत, रास्ते में ही टूट गई सांस
जानकारी के अनुसार, आकाश रात को अपने परिवार के साथ घर में सो रहा था। आधी रात को उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। बच्चे ने खुद परिजनों को जगाकर परेशानी बताई।
घबराए परिजन उसे फौरन निजी अस्पताल ले गए, जहाँ डॉक्टरों ने ऑक्सीजन लेवल बेहद कम बताया और उसे परजीपाह अस्पताल रेफर कर दिया। जांच के दौरान चिकित्सकों ने पुष्टि की कि आकाश को सांप ने डंसा है। इलाज के दौरान ही मासूम ने दम तोड़ दिया।
मृतक की फाइल फोटो
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परिजनों पर टूटा दुखों का पहाड़
आकाश की मौत से पूरा परिवार गहरे सदमे में है। मां आशा देवी और परिजन बार-बार बेहोश हो जा रहे हैं। गांव के लोग परिवार को ढांढस बंधाने में लगे हैं। पूरे गांव में शोक की लहर है और हर कोई इस घटना से दहशत में है।
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🗣️ स्थानीय लोगों की बाइट
गांव के एक बुजुर्ग रामसूरत ने बताया – “आकाश बहुत होनहार बच्चा था। पढ़ाई में अच्छा और सबका चहेता। रात में जब खबर फैली तो पूरा गांव जाग गया। हमें विश्वास नहीं हो रहा कि वह अब हमारे बीच नहीं है।”
गांव की महिला शांति देवी ने कहा – “गांव में हर साल बरसात में सांप निकलते हैं। लेकिन इतनी बड़ी घटना पहली बार हुई है। अब हर कोई डरा हुआ है।”
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🩺 डॉक्टर की बाइट
परजीपाह अस्पताल के एक चिकित्सक ने बताया – “सांप काटने के मामलों में मरीज को तुरंत अस्पताल लाना सबसे जरूरी होता है। एंटीवेनम इंजेक्शन ही एकमात्र कारगर इलाज है। अगर देरी हो जाए तो स्थिति संभालना मुश्किल हो जाता है।”
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विशेषज्ञों की राय : सांप काटने पर क्या करें, क्या न करें
✔ क्या करें:
मरीज को शांत रखें और हिलने-डुलने से रोकें।
काटे गए हिस्से को हृदय से नीचे रखें।
तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाएँ।
❌ क्या न करें:
घाव को काटकर जहर चूसने की कोशिश न करें।
कसकर पट्टी न बांधें।
देसी नुस्ख़ों पर भरोसा न करें।
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सावधानियां
रात में बिस्तर ज़मीन पर न लगाएँ।
घर और आस-पास सफाई रखें।
खेतों और अंधेरे स्थानों में जाते समय टॉर्च का उपयोग करें।
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👉 यह हादसा एक बार फिर साबित करता है कि सांप काटने की स्थिति में फौरन अस्पताल पहुँचाना ही सबसे सुरक्षित और कारगर उपाय है।