
लगातार हो रही बारिश ने जरमुंडी प्रखंड के नोनीहाट पंचायत अंतर्गत नोनीगांव निवासी दो गरीब परिवारों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। मंगलवार की दोपहर करीब 4:00 बजे बमबम साह एवं चन्दन साह का कच्चा मकान अचानक भरभराकर ढह गया। संयोगवश, हादसे के वक्त दोनों परिवारों के सदस्य घर के बाहर थे, जिससे बड़ी जनहानि टल गई। मकान ढहने से घर में रखा अनाज, कपड़े, बर्तन सहित दैनिक उपयोग की सारी सामग्री मलबे में दब गई। अब यह दोनों परिवार न सिर्फ बेघर हो गए हैं, बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से भी भारी क्षति का सामना करना पड़ रहा है। अस्थायी आश्रय और भोजन की व्यवस्था न होने से उनके समक्ष रोजमर्रा की जिंदगी जीना बड़ी चुनौती बन गया है।
मिली जानकारी के अनुसार ये दोनों परिवार वर्षों से कच्चे मकान में परिवार के साथ रह रहे थे। कई बार उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना व अबुवा आवास योजना के अंतर्गत पक्का मकान की माँग को लेकर आवेदन भी दिया है। किंतु अब तक किसी भी आवास योजना का लाभ उन्हें नहीं मिला है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए यह स्पष्ट है कि इन परिवारों को तत्काल राहत के साथ-साथ स्थायी समाधान की भी आवश्यकता है। बारिश के दिनों में कच्चे घरों की स्थिति पूरे ग्रामीण भारत में एक बड़ी समस्या बन चुकी है। इस प्रकार की घटनाएं बार-बार यह संकेत देती हैं कि गरीब परिवारों के लिए सुरक्षित आवास कितना आवश्यक है। सरकार द्वारा चलाई जा रही आवास योजनाएं तब तक कारगर नहीं मानी जा सकतीं, जब तक ज़रूरतमंदों तक इनका लाभ समय पर नहीं पहुंचता।